मछली पालन कैसे करें विस्तृत जानकारी

मछली पालन कैसे करें

किसान भाइयों वर्त्तमान की बात करे तो दिन प्रतिदिन जनसंख्या बढ़ती जाती है और कर्षि छेत्र धीरे धीरे कम हो रहा है जिसके कारण उत्पादन समता घटती जा रही है ओर बेरोजगारी बढ़ती जा रही है तो हम एक ऐसा व्यवसाय लेकर आये है जिसमे सभी को रोजगार प्राप्त हो सकता है जिसको आप कम जगह से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हो जिसकी बाजार माग भी अधिक रहती है तो ऐसा ही एक व्यवसाय है मछली पालन इसके बारे में हम जानकारी देंगे जिसमे आपको मछली पालन के बारे में सभी जानकारी देंगे इसके साथ ही मछली पालन के लिए नये तलाब कैसे बनाये इसके बारे में आपको जानकारी देंगे ( मछली पालन कैसे करें )

कपास की खेती कैसे करें

मछली पालन कैसे करे

किसान भाइयों आप अपनी खेती के साथ साथ मछली पालन भी आसानी से कर सकते हो इसके लिए आपको अधिक मेहनत करने की भी आवश्यकता नही पड़ती
जैसे कि अगर आप खेती करते हो तो आप अपने खेत मे तलाब या डिगी का निर्माण करवा सकते हो जिसमे आप खेत के लिए पानी इकठा कर सकते हो साथ मे उसी पानी मे मछली पालन भी कर सकते हो जिससे आपको डबल आमदनी प्राप्त होगी ( मछली पालन कैसे करें )

किसान भाइयों अगर बारिश का पानी अधिक हो तो आप अपनी डिगी में डाल सकते हो जिससे आपकी फसल नष्ट होने से बच जाएगी और उस पानी को आप जब काम मे ले सकते हो जब आपके खेत को आवश्यकता हो ( मछली पालन कैसे करें )

कपास की ज्यादा पैदावार देने वाली किस्मे

मछली पालन के लिए किस्मे

पगास
रोहु
कतला
तेलापिया
ग्रास कार्प
सिल्वर कार्प
जंगला मछली
ब्लैक कार्प

किसान भाइयों अगर आप इस मछलियों का पालन करते हो तो यह मछली 200 से 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बाजार में आसानी से बिक जाती है जिसके अनुसार आप पता लगा सकते हो कि मछली की बाजर में कितनी माग बनी रहती है

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मछली पालन कैसे करे

किसान भाइयों मछली पालन आप किसी भी मौसम में आसानी से कर सकते हो अगर आप बारिश के मौसम से पहले तलाब का निर्माण कर ले तो ज्यादा अच्छा होगा

मछली पालन आप किसी भी तलाब में कर सकते हो जैसे कि छोटे बड़े मौसम में या बारह माशी तलाब में मछली पालन कर सकते हो

तलाब का निमार्ण करने के बाद इसमे खाद वह उर्वरक का प्रयोग जरूर करें जिससे पानी की गुणवत्ता बनी रहती है इसके अलावा फसल की पैदावार भी बढ़ती है

मछली पालन के लिए आप जहाँ पर तलाब बनाते है वहा की मिट्टी अवश्य चेक करा लें
इसके लिए आप 5 से 7 जगह की मिटी लेकर आपस मे मिला ले और उस मिट्टी को जाँच करता केन्द्र के लिए दे अगर मिट्टी का ph मान सही है तो आप मछली पालन कर सकते हो

मछली में लगने वाले रोग

अल्सर रोग

किसान भाइयों मछलियों को अल्सर रोग से काभी नुकसान होता है इस रोग से मछलियों पर गुलाबी सफेद घाव बन जाते है इसका प्रमुख कारण गंदा पानी होना ओर पानी का ph मांन अधिक होना जिसके कारण छोटे छोटे घाव भी अल्सर रोग में परिवर्तित हो जाते है

इस रोग से बचाव के लिए आपको समय समय पर अमोनिया ओर नाइट्रेट का निर्माण करे और अधिक से अधिक पानी का बदलाव करते रहे जो किसान खेती करता है वह किसान आसानी से पानी का बदलाव कर सकता है और साफी पानी से डिगी को भर सकता है ( मछली पालन कैसे करें )

जलोदर रोग

यह रोग मछलियों में आमतौर पर जीवाणुओं के सक्रमण से होता है इस रोग के कारण मछली में दरों की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण मछली के शरीर में सूजन आ जाती है ओर मछली की परख उठ जाती है और साथ में आँखे उबरी हुई दिखाई देती है ( मछली पालन कैसे करें )
यह रोग मुख्यत खराब पानी और अमोनिया ओर नाईट्रेट से होता है इस रोग का बचाव करना बहुत जरूरी है लेकिन कई बार इस रोग का बचाव करना मुश्किल हो जाता है इसके लिए विस्तृत एंटी वैक्टीरिया इलाज पद्धति बेहतर होती है

सफेद दाग रोग

इस रोग से मछली पर सफेद दागे बन जाते है यह रोग खराब पानी के कारण वह पानी के तापमान पर उतरवा चढ़ाव से होता है
इसके बचाव के लिए पानी को पूरा साफ रखें वह इसके अलावा आप इसका इलाज एंटीपैरासाइट् चिकित्सा पद्ति से कर सकते हो।

रेड पेस्ट रोग

इस रोग से मछलियों के शरीर पर लाल धारियां दिखाना
पख ओर पूछ पर लाल धब्बे दिखाना ओर मछलियों की आखों में सूजन दिखाना इसके अलावा पेट मे हल्की सूजन का दिखाई देना

प्रोटोजोन रोग

इस रोग से मछलियों के शरीर पर ओर गलफड़ों पर धब्बे बन जाते है
इसके बचाव के लिए आपको 50 पी. पी. एम. फोर्मिलीन के घोल को 10 मिंट तक उपचारित करे

कतला रोग

इस रोग से आंखों का कॉर्निया लाल हो जाता है वह धीरे धीरे आँखे गिर जाती है साथ मे गलफड़े का रंग फीका पड़ जाता है
इसके बचाव के लिए आपको टेरामाइसन को भोजन के साथ 10 दिन तक दे इसके अलावा स्टेप्टोमाईसिन 25 मि.ग्रा. प्रति किलो वजन ( मछली ) के हिसाब से इंजेक्शन का प्रयोग करे जिससे कतला रोग से छुटकारा पाया जा सकता है

मछली का उपयोग ( मछली पालन कैसे करें )

मछलीयो को प्रोटिन का बहुत बड़ा स्त्रोत माना जाता है जिसका उपयोग मास खाने के रूप में किया जाता है इसके अलावा इसका उपयोग तेल निकालने में किया जाता है जो कि बहुत से प्रकार के उत्पादन बनाने में काम लिया जाता है
इस तरह से बहुत से प्रयोग में मछली का उपयोग किया जाता है

मछलियों के लिए भोजन

दोस्तो मछलियों के लिए हम उत्तम आहार ही डालना चाहिए जो कि ताजे भोजन में हो जिससे मछलियों को लगने वाले अनेक रोगों से बचाया जा सकता है

भोजन के रूप में आप खल, चावल, खनिज मिश्रण, ओर नमक को प्राप्त मात्रा में मिलाकर आहार तैयार करते है जिसको आप दिन में 2 बार मछलियों को डाल सकते हो

मछलियों का पालन करने के लिए धियान रखने वाली बातें ( मछली पालन कैसे करें )

किसान भाइयों मछली के बीज को पानी मे डाल देने के 25 दिन के बाद मछली बनकर तैयार हो जाती है जिसको आप बाजार में लेजा सकते हो

दोस्तो देश के लगभग सभी राज्यो में मछली पालन के व्यवस्था स्थापित है जहां से आप मछली पालन की सभी जानकारी ले सकते हो

मछली पालन के लिए मछली बीज आप हर किसी से वह अनजान व्यक्ति से ना ले इसके लिए आपको हेचरी या फिश फार्मिग की सस्था से ही बीज ले ( मछली पालन कैसे करें )

मछली पालन को अगर आप वैग्यानिक तरीको से करते हों तो आपको अधिक लाभ होगा

मछली को समय समय पर खाना देना आवश्यक है जो कि आपको मालूम हो कि क्या खाना देना है

रंगीन मछली पालन कैसे करे ( मछली पालन कैसे करें )

आज कल शहरों वह कस्बो में एक्वेरियम रखने का प्रचलन चल रहा है जिससे घर मे सजावट अच्छी आती है सजावट के साथ साथ मानसिक शांति वह वास्तु शास्त्र का निवारण करती है एक्वेरियम को आप घर पर कम पेसे में भी लगा सकते हो साथ मे एक्वेरियम बनाकर सेल भी कर सकते हो

अलकारी मछलियां ( मछली पालन कैसे करें )

दोस्तो अलकारी मछलियां 2 प्रकार की होती है जिसमे से एक अंडा देनी वाली मछलियां होती है और एक अंडे नही देने वाली मछलियां होती है
अगर हम अंडा देने वाली मछलियो की बात करे तो इसमे गोल्डफ़िश, डॉलर फिश, एजल आदि आती है
अगर हम बिना अंडे देने वाली मछलियो की बात करे तो इसमे माली , प्लेटो, गप्पी आदि आती है जिसको शिशु जनक भी कहा जाता है ( मछली पालन कैसे करें )

अलकारी मछलियो को पालने के लिए हमे छोटे छोटे टेक की आवश्यकता होती है जिसमे हमे जल की गुणवत्ता को बरकरार रखना होता है इसके लिए बाजार में मछलियो के लिए कृत्रिम आहार मौजूद होते है उसका उपयोग करना चाहिए

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एक्वेरियम को कैसे सजाए ( मछली पालन कैसे करें )

दोस्तो एक्वेरियम को खरीदने के बाद या बनानें के बाद इसे साफ कर लेना चाहिए
इसके बाद इसमे रंगीन पत्थर एक परत बिछा देते है इसके अलावा बाजार में बहुत से जलीय पोधे कृत्रिम पोधे मौजूद होते है एक्वेरियम की सजावट के लिए इन पोधो का उपयोग कर सकते है इसके अलावा एक्वेरियम को सजाने के लिए छोटे छोटे खिलोने भी आते है जिसका आप उपयोग कर सकते हो ( मछली पालन कैसे करें )
इसके बाद इसमे आप जल भर सकते हो धयान रखे कि एक्वेरियम में जल क्लोरीन मुक्त भरा जाता है

रंगीन मछली को एक्वेरियम में धयान देने वाली बातें

किसान भाइयों जब आप रंगीन मछली पालन के एक्वेरियम को रखते है तो उसको सूर्य की किरणों से बचाकर रखे
एक्वेरियम को सजाने से पहले इसे अच्छी तरह से साफ कर ले
एक्वेरियम में आमतौर पर 5 से 7 सेंटीमीटर की 50 मछलीया प्रति वर्ग मीटर जल में रखना अच्छा माना जाता है ( मछली पालन कैसे करें )
एक्वेरियम में मछलियो को कृत्रिम आहार देना चाहिए जिसको आप दिन में 2 बार दे सकते हो आहार उतना ही देना चाहिए जितना तुरंत खाकर खत्म कर दे

इसके साथ साथ मछलियों को सप्ताह में 1 या 2 बार फलवक भी देना चाहिए जिससे मछलियों की चमक बनी रहती है

एक्वेरियम के शीशे की दीवार कुछ समय बाद धुंधली दिखाई देने लग जाती है इसके लिए समय समय पर एक्वेरियम की दीवार को साफ कपड़े से हल्के हाथ से साफ करते रहे

एक्वेरियम के जल को 15 से 20 दिन के अंतराल पर 20 से 30% पानी बदलते रहे जिससे पानी स्वस्थ बना रहे

प्रधान मंत्री मत्स्य योजना

किसान भाइयों यह योजना किसानो के लिए बनाई गई है जिससे किसानों की आमदनी दोगुनी हो सके और मछली पालन में आ रही समस्या से लड़ा जा सके। इसके लिए यह योजना सितंबर 2020 से शुरू की गई है जो कि 5 साल के लिए शुरू की गई है इस योजना में कुल 20 हजार 50 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे ( मछली पालन कैसे करें )

इसमे से मरीन, इनलेड, फ़िशरीज, ओर एक्वाकल्चर में 12 हजार 340 करोड़ रुपये ख़र्च किये जायेंगे

ओर फिशरीज इनफास्ट्रक्चर के लिए लगभग 7 हजार 710 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे

किसान भाइयों अगर आप भी मछली पालन करना चाहते हो या कर रहे हो तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हो जिससे आपकी उपज अधिक से अधिक हो सके वह आपको अच्छा रोजगार प्राप्त हो सकते ( मछली पालन कैसे करें )

मत्स्यपालन योजना हेल्पलाइन

किसान भाइयों अगर आपको किसी भी प्रकार की कोई समस्या आ रही है तो आप 1800-425-1660 इस नम्बर पर कॉल करके आपकी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हो ( मछली पालन कैसे करें )

राजस्थान सरकार की मत्स्य पालन की साइट पर जाने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हो जिससे आप सीधे राजस्थान सरकार की मत्स्य पालन साइट पर चले जाओगे

मछ्ली पालन के लाभ

दोस्तो अगर आप एक किसान हो तो आप अपने खेत मे डिगी का निर्माण करके मछली पाल सकते हो
साथ मे उस पानी का उपयोग आपकी फसल के लिए उपयोग में ले सकते हो
जिससे आपकी फसल की उपज भी अधिक होगी
मछली पालन से बहुत से लोगो को रोजगार प्राप्त हो जाता है
मछली पालन से अच्छा उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है

निष्कर्ष

( मछली पालन कैसे करें )

किसान भाइयों आज हमने आपको मछली पालन कैसे करे इसके बारे में जानकारी दी है जिसमे आपको मछली की सभी किस्मो के बारे में बताया है और प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के बारे में जानकारी दी है जिससे प्रधनमंत्री मत्स्य योजना का आप लाभ उठा सकते हो ( मछली पालन कैसे करें )

ओर आप भी मत्स्य पालन कर सकते हो इसके लिए आपको अधिक मेहनत की आवश्यकता नही होती है आप अच्छे पेसे कमा सकते हो

किसान भाइयों अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी है तो आप हमें कॉमेंट करके बता सकते हो जिससी हमे बहुत खुशी होगी इसके अलावा आप आगे भी जानकारी शेयर कर सकते हो जिससे अन्य लोग भी मत्स्य पालन योजना का लाभ उठा सके और अच्छी आय प्राप्त कर सके ( मछली पालन कैसे करें )

किसान भाइयों अगर आपको कोई अन्य जानकारी प्राप्त करनी है तो आप हमें कॉमेंट कर सकते हो जिससे हम वह जानकारी भी उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास करेंगे( मछली पालन कैसे करें )

मछली पालन में कितना खर्च आता है?

0.4 हेक्टेयर का तालाब बनाने में करीब 1.40 से 1.60 लाख रुपए का खर्चा आता है

मछली का बीज कितने रुपए किलो मिलता है

200 से 250 रुपये किलो

मछली कितने दिन में बड़ी होती है?

25 दिन में

रोहू मछली का रेट क्या है?

रोहू मछली की कीमत बाजार में 250 से 400 रुपये किलो के हिसाब से होती है

मांगुर मछली का रेट क्या है

500 से 600 रूपते किलो

कौन सी मछली जल्दी बढ़ती है

कतला

मछली का मुख्य भोजन क्या है?
प्लवक ,
प्लवक को सप्ताह में 2 बार जरूर डालना चाहिए
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