Sabse Jyada Kamai Wali Fasal | चन्दन सबसे ज्यादा कमाई वाली फसल

भारत में सबसे ज्यादा कमाई वाली चंदन की खेती है जो 1 एकड़ में 1 करोड़ की आमदन देती है। इस फसल से अगर आप किसान है तो करोड़पति बन सकते है।

दोस्तो आजकल हर एक किसान अपनी कमाई बढ़ाना चाहता है। अगर आप भी एक किसान है तो आप भी सबसे ज्यादा कमाई वाली फसल के बारे में जरूर जाने
भारत मे सबसे ज्यादा चंदन की जरूरत है। चंदन की जरूरत पूरी करने के लिए भारत को दूसरे देसो से चंदन की पूर्ति करनी पड़ती है। हालांकि भारत मे सबसे अच्छा चंदन तैयार होता हैं। इसके पीछे कारण है सरकारी नीतिया आम आदमी पहले चदन ऊगा नही सकता था   लेकिन इनकी कमी महसूस होने पर सरकार ने नियम बदले वह सन 2002 से ही सरकार ने आम नागरिकों को छूट दे दी की वे चंदन की खेती कर सकते है लेकिन इसे काटने से पहले अपने जिले के  forest officer  से NOC जरूर ले लें
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चंदन क्या है।

चदन यह एक खुशबूदर पोधा हिता है इसकी बीस जातियां ओर पाई जाती हैं। भारत मे केवल चंदन जाती हि पाई जाती हैं। यह सर्वश्रेष्ठ जाती मानी जाती है व्यापारिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह इंडोनेशिया का मूल निवासी माना गया है पहले भारत का मूल निवासी था 

चंदन का उपयोग

  1. चंदन का उपयोग सभी धार्मिक कार्यो में किया जाता है
  2. चंदन का उपयोग साबुन बनाने में औषधिय बनाने में लकड़ी के खिलौने बनाने में परफ्यूम बनाने में माला बनाने में हवन सामग्री बनाने में फनीचर बनाने में फेसपेक बनाने में  आदि कामो में किया जाता है।
  3. चाइना में चंदन के पतो को सुखाकर सुप बनाते हैं

चंदन के फायदे

चंदन के अनेक फायदे उबर के सामने आए हैं चंदन अनेक रोगों के उपचार में काम लिया जाता है चदन का तेल जले कटे पर लगाने से काफी उपयोगी  है चंदन हमारे सिर दर्द तनाव दूर करने में अहम भूमिका निभाता है चंदन का पाउडर मुह पर लगाने से मुह से कील मुँहासे दूर होते है और त्वचा भी निखार जाती है। चदन से आयुर्वेद में तमाम तरह की ओषधीय बनाही जाती है।
ज्योतिष बताते है कि चंदन का तिलक  लगाने से  अनेक चमत्कारी लाभ होते हैं
चंदन के तिलक लगाने से नकारात्मक उर्जा से रक्षा मिलती है वह नजर दोष से छुटकारा मिलता है चंदन के उपयोग से राहू केतु  हो जाते हैं शांत इसी प्रकार चंदन के अनेक फायदे होते हैं

चंदन की खेती कहाँ होती है | Chandan ki Kheti Kaha Hoti Hai

चंदन की खेती गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आदि की जलवायु उपयुक्त मानी गई है

चन्दन की खेती कैसे करें | Chandan Ki Kheti Kaise Karen

उपयुक्त मिट्टी –

चंदन की खेती लाल मिट्टी, काली मिट्टी, रेतीला मिट्टी, चिकनी मिट्टी, पथरीला आदि सभी मिट्टी में चंदन की खेती कर सकते हैं।

पानी –

चंदन की खेती के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है इसके लिए सबसे अच्छा चंदन ड्रीप से होता है यानी कि बून्द बूंद पानी जड़ो में मिलते रहना चाहिए जिससे पानी चंदन के पास रुके नही

तापमान  –

चंदन की खेती  आप 5 डिग्री से 50 डिग्री सेल्सियस तापमान में आसानी से कर सकते हैं

चंदन की बुवाई / रोपाई का समय

चंदन की बुवाई अप्रैल – मई का महीना सबसे अच्छा माना जाता है

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चंदन को लगाने की विधि

चंदन की खेती करने में 1 एकड़ जमीन में  30000 की लागत आती है। चंदन का पेड़ 15 × 15 या 12 × 15 फिट की दूरी पर लगाए जाते हैं किसी भी नर्सरी या किसी अन्य के कहने पर चंदन के पोधो को कम अन्तराल पर नही लगाना चाहिए।
चंदन को लगाने से पहले सभी जगह निशान लगा ले निशान लगाने के लिए आप सफेद कली का प्रयोग कर सकते हैं। उसके बाद जहा जहा निशान हैं वहाँ पर 2 × 2 × 2 का गढ़ा खोदकर पोधा लगाए अगर जमीन काली या चिकनी मिटी की है तो आप 3 × 3 × 3  का गढ़ा खोदकर चंदन का पोधा लगाए।

खरपतवार नियंत्रण

चंदन की खेती में ज्यादा मेहनत की आवश्यकता नही होती शुरू शुरू में पहले साल खरपतवार पर विषेस दियांन देना पड़ता है क्यो की पोधे छोटे होने के कारण खरप्तवार पोधो को चलने नही देता है ओर दूसरे साल पोधो के हिसाब से खरपतवार नियंत्रण कर सकते हैं जिससे पोधो जल्दी से अपनी ग्रोथ कर सके।

चंदन का पौधा कहां से प्राप्त करें?

चंदन का पौधा नजदीक नर्सरी से ले सकते हैं पोधा 15 इच से 18 इच वाला ही खरीदे क्यो की छोटा पोधा जल्दी से ग्रोथ करता है वह पेसे भी कम लगते हैं  चंदन का पोधा अन्य पोधो की तुलना में महंगा मिलता हैं क्यो की इसकी डिमांड बहुत ज्यादा है इसलिए चंदन का पोधा अगर आप लेना चाहते हैं तो आपकी लगभग औसतन 400 रुपये पौधे के हिसाब से प्राप्त होंगे

चंदन की खेती करने के लिए बीज और पोधे

अगर आप भी चंदन की खेती करना चाहते हैं वह आपको बीज वह चंदन आपके आस पास की नर्सरी में नही मिल रहा तो आप केंद्र सरकार की लकड़ी विज्ञान तथा तकनीकी सस्थान बेंगलोर से आप बीज वह पोधे प्राप्त कर सकते हैं।
इसके लिए आप
tel no. – 00 91-80 – 22-190155
fax number – 0091-80-23340529  पर सम्पर्क कर सकते हैं जिससे आपकी पुरी सहायता की जाएगी।

चंदन के पोधो के लिए होस्ट प्लांट

चंदन के पोधो की अगर आप भी  खेती कर रहे हैं तो आपको होस्ट प्लांट लगाना बहुत जरूरी है होस्ट प्लाट से पोधो को पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं। इससे पोधो की ग्रोथ बढ़ती है अगर यह नही लगाए तो पोधो की ग्रोथ रुक जाएगी और पोधो में बीमारियां आनी शुरू हो जायेगी।
 
चंदन का पौधा अपनी उम्र का आधा भोजन खुद प्राप्त करता है और आधा भोजन अन्य साथ चलने वाले पोधो से प्राप्त करता है।
इसके लिए आप लाल महन्दी जो कि प्राइमरी होस्ट है यह चंदन के पोधो की जड़ो में लगाई जाती है जिससे चंदन के पेड़ को होस्ट प्राप्त होगा लाल महदी को ऊपर से काट काट कर अन्य पोधो की जड़ो में भी लगा सकते हैं जिससे कुछ दिनों बाद लाल महन्दी का पौधा चंदन के पोधो को होस्ट देना शुरू कर जाएगा।
पोधो की कलमे काटने का सही समय होना चाहिए इसके लिए आप बारिश के मौसम में लगा सकते हैं।
इसके अलावा आप सरु का पोधा भी लगा सकते हैं निम, बबूल, नीबू, कजुरीना, अरहर, आदि पौधे होस्ट के लिए लगा सकते हैं  जिस्को कम पानी की आवश्यकता होती है।
चंदन की जड़ो में कम ग्रोथ वाला ही पौधा लगाना चाहिए जिससे चंदन के पोधो  पर छाया ना आये छाया रहने पर ग्रोथ रुक जाती है इसे धूप की आवश्यकता होती हैं।

चंदन की खेती में उपज –

एक पेड़ की कीमत लगभग 1 लाख तक कि होती है चंदन के पेड़ की उचाई 18 से 25 फिट की होती है चंदन का पेड़ तैयार होने में 10 से 15 साल का समय लगता है।
उसके बाद चंदन के पेड़ को बाजार में बेच सकते है 12 से 15 साल का चंदन का पेड़ में  15 से 20 किलो लकड़ी निकलती है ओर इसमे 2 किलो तेल निकलता है 1किलो तेल की दर 1 लाख रुपये है अगर चंदन के पेड़ को ज्यादा सयम के लिए लिए रखे तो ज्यादा मुनाफा कमा सकते है चंदन के पेड़ की उम्र 100 साल की होती है।

चंदन की खेती में रोग और उपाय –

चंदन के पेड़ को सेेंडल स्पाईक नाम का रोग लगता है, जिसके कारण पेड़ सही तरीके से विकास नही कर पाता और खेती में नुक्सान  होता है जिससे कम मुनाफा  होती है इससे बचने के लिए हमे चंदन के पेड़ के बीच मे निम का पेड़ लगाना चाहिए ताकी इस रोग से छुटकारा पा सके।

चन्दन की खेती का लाइसेंस | Chandan Ki Kheti Ka Licence

2002 से पहले चंदन का पोधा लगाना सकत मना था लेकिन  2002 के बाद कोई भी चंदन का पोधा लगा सकता है और बेच भी सकता है लेकिन चंदन के पोधो की कटाई करने के लिए वन विभाग से NOC  लेनी होगी जो कि आसानी से मिल जाती है

चंदन असली वह नकली की पहचान

चंदन की डिमांड को देखते हुए बहुत से लोग नकली चंदन बेचना शुरू कर देते हैं इसके लिए लोग अलग लकड़ी के पोलिस कर देते हैं  इससे बचने के लिए वह चंदन की पहचान करने के लिए बहुत ही सरल विधि है जिससे आप पहचान कर सकते हैं
इसके लिए आप चंदन को जब तक ठोस जगह पर घिसे जब तक गर्म ना हो जाये अगर ठोस जगह घिसने पर चंदन से कुछ समय मे ही खुसबू या महक आनी शुरू हो जाती है तो  चंदन असली है और अगर चंदन नकली है तो वह गर्म हो जाएगा लेकिन खुसबू नही आएगी

चन्दन कितने प्रकार के होते है?

चंदन का पोधा 2 प्रकार का होता है
  1. सफेद चंदन जिसे शिव चंदन भी कहा जाता है
  2. रक्त चंदन जिसे मिलियागिरी  चंदन कहा जाता है

निष्कर्ष –

दोस्तो आज के इस आर्टिक्ल के अंदर हमने आपके साथ में सबसे ज्यादा कमाई वाली फसल के बारे में जानकारी शेयर की है। यहाँ पर आपको सबसे ज्यादा कमाई वाली फसल चन्दन को कैसे उगाएँ, उसके लिए बढ़िया क्वालिटी के बीज कहाँ से खरीदें तथा खरपतवार नियंत्रण से जुड़ी सारी जानकारी एक जगह पर दी है।
साथ ही हमने इसमें चन्दन की खेती की बढ़वार तथा उत्पादन बढ़ाने के लिए कौनसी खेती साथ में की जा सकती है ईससे जुड़ी सारी जानकारी शेयर करने की कोशिश की है।
हमें उम्मीद है की आपको आर्टिक्ल पढ़ने के बाद सारी जानकारी मिल जाएगी परंतु फिर भी आपको इस खेती के बारे में कोई अन्य जानकारी चाहिए तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते है।
मैं खुद किसान परिवार से हूँ और मैंने देखा की इंटरनेट पर किसानो की सहायता करने वाली कोई भी हिन्दी वैबसाइट नहीं है इसलिए मैं किसानों की सहायता के लिए इस वैबसाइट पर बहुत रिसर्च करके जानकारी लाता हूँ तो आपका भी एक फर्ज बनता है की आप अपने Social Media जैसे Facebook, WhatsApp पर शेयर करें।

 
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kulwant singh bhati
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